गोड्डा: कोरोना वैक्सीन लेने के लिए लोगों को जागरुक करेंगे जिले के डॉक्टर

गोड्डा: कोरोना वैक्सीन लेने के लिए लोगों को जागरुक करेंगे जिले के डॉक्टर

गोड्डा/झारखंड: सिविल सर्जन गोड्डा डॉ0 शिव प्रसाद मिश्रा एवं आईएमए के डॉक्टरों के द्वारा 18+ एवं 45 + वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन कराने को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिविल सर्जन डॉ0 शिव प्रसाद मिश्रा के द्वारा जिले में कोरोना संक्रमण के वस्तुस्थिति की जानकारी दी गई साथ ही साथ उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन को लेकर जो भी भ्रांतियां थी लगभग जिले में दूर करने का प्रयास की रही है। जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रही है कि लोगों को वैक्सीनेशन से संबंधित फैली भ्रांतियों को दूर कर उन्हें वैक्सीनेशन के लिए जागरूक किए जाएं। उन्होंने बताया कि जिले के तमाम पुलिसकर्मी ,दो हज़ार से ज्यादा हेल्थ वर्कर ने कोरोना का दोनों डोज़ लिया। इस बार कोरोना की खतरनाक लहर आई। कुछ लोग पॉजिटिव भी हुए। लेकिन किसी को भी हॉस्पिटल में एडमिट होने की जरूरत नहीं पड़ी।उन्होंने बताया कि पिछले साल हमारे पास वैक्सीन नहीं थी ।उस समय इक्कीस सौ केस आए थे। और 10 लोगों की मृत्यु हुई थी। जबकि इस वर्ष मात्र 2 महीने अप्रैल और मई में 3700 से ज्यादा केस है। जिसमें 75 लोगों की मौत हुई। इस बार वायरल लोड ज्यादा था। लेकिन चौंकाने वाली बात यह थी कि मृतक में किसी भी मरीज ने वैक्सीन नहीं ली थी। जो पॉजिटिव आए थे उनमें से 12 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज ली थी। इससे स्पष्ट होता है कोरोना की वैक्सीन कितना कारगर है।

सिविल सर्जन गोड्डा के द्वारा तीसरी लहर के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि अगर 70 प्रतिशत लोग वैक्सीनेटेड हो जाते हैं। तो तीसरी लहर की कोई संभावना ही नहीं है। अगर आपने वैक्सीन ले लिया है, तो आप के बच्चे तक संक्रमण का खतरा बहुत ही कम रहेगा।
उन्होंने बच्चों पर विशेष ध्यान देते हुए बताया कि बच्चों का इम्यून सिस्टम बहुत मजबूत होता है। जिससे फेफड़े में वायरस जमा होने के कारण खतरा कम हो जाता है। और यह बच्चों में ज्यादा असरदार नहीं होता है जिसे थर्डवेव से बहुत ज्यादा खतरा होने की संभावना नहीं है,फिर भी हम लोगों को सचेत रहने की आवश्यकता है।
आईएमए सचिव डॉ0 प्रभा रानी प्रसाद ने बताया जिले में 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों की वैक्सीनेशन की संख्या कम है।लोगों के मन में भय है। टीकाकरण से लोगों की मौत हो जाती है, लेकिन यह सच नहीं है। उन्होंने बताया कि आपको अगर ब्लड प्रेशर है, शुगर है, थायराइड है या किसी प्रकार की बीमारी है तो आप वैक्सीन ले सकते हैं। बस वैक्सीन लेते समय बीपी ,सुगर कंट्रोल कर ले। आने वाले दिनों में आईएमए के तमाम डॉक्टर अलग-अलग गांव में जाएंगे और लोगों को ब्लड प्रेशर ,शुगर की जांच करेंगे।जांच के बाद लोगों को वैक्सीन लेने के लिए जागरूक किया जाएगा।

डॉ0 नरेंद्र कुमार ने बताया कि कोरोना को जड़ से समाप्त करने के लिए जो ड्राइव चलाई जा रही है। वह भ्रांतियों की वजह से कमजोर पड़ रही है। लोगों में कई प्रकार की भ्रांतियां है, दुविधा है उन्होंने स्पष्ट किया कि गंभीर रूप से बीमार लोग टीका ले सकते हैं ।और उन्हें लेना ज्यादा जरूरी है क्योंकि कोरोना वायरस का हमला कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों पर ज्यादा होता है। और जो पहले से बीमार है उनकी इम्युनिटी और कमजोर होती है।उन्होंने बताया कि जो गंभीर रोग जैसे कैंसर आदि की दवा खा रहे हैं ,वे भी डॉक्टर्स से संपर्क करके वैक्सीन ले सकते हैं।
डॉ0 अशोक कुमार ने बताया की वैक्सीनेशन प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए तमाम चिकित्सक सुचारू ढंग से लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे। तभी हम कोरोना जैसे भयानक संक्रमण का मुकाबला कर पाएंगे।

डॉ0 मंटू टेकरीवाल ने बताया की जिले में 45 प्लस उम्र के लोगों के लिए पर्याप्त वैक्सीन है।हर पंचायत में वैक्सीनेशन सेंटर खुला है।लेकिन लोग वैक्सीन लेने नहीं आ रहे हैं ।उन्हें यह समझना होगा कि वैक्सीन से किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं है। लोगों में जो भ्रम है कि लोगों की मृत्यु हो जाती है। वह वैक्सीन से नहीं होती है। वो किसी और बीमारी के कारण होती है। साथ ही उन्होंने अभी सलाह दी कि अगर वैक्सीन लेने के बाद बुखार आता भी है तो आप पेरासिटामोल टैबलेट्स ले सकते हैं।

Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *