2 सितम्बर को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का संयोग
नई दिल्ली:भगवान विष्णु के सर्वकलामयि अवतार श्री कृष्ण जन्माष्टमी आने वाली है । यशोदा-नन्द के लाला और देवकी-वसुदेव के पुत्र कन्हैया का जन्म रोहिणी नक्षत्र में भाद्रपद माह की अष्टमी तिथि को मध्य रात्रि वृष लग्न में हुआ था । ऐसा संयोग 2 सितम्बर को बन रहा है।इस दिन भक्त दिनभर व्रत रखकर रात्रि में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाते हैं।
भगवान विष्णु के सबसे मोहक अवतार श्रीकृष्णा के धर्मोपदेशक, रक्षक और संस्थापक द्वारकाधीश वासुदेव नन्दलाला बांकेबिहारी के जीवन का हररूप प्रेरक है। दुराचारी कंस से लेकर धर्मयुद्ध कुरुक्षेत्र में गीता का पाठ पढ़ाने वाले मुरलीधर की लीलाओं से दुनिया हमेशा सीखता आया है और चिरकाल तक होता रहेगा।
कृष्ण जन्माष्टमी मनाने को लेकर ज्योतिषाचार्य पंडित अरुणेश कुमार शर्मा ने बताया कि इस बार जन्माष्टमी का संयोग 2 सितंबर रविवार को बन रहा है।जिसमे अष्टमी तिथि रात्रि 8 बजकर 46 मिनट से अगले दिन यानि सोमवार को शाम 7 बजकर 19 मिनट तक रहेगी।और रोहिणी नक्षत्र रविवार को रात्रि 8 बजकर 48 मिनट से सोमवार को 8 बजकर 4 मिनट तक रहेगा।साथ ही इस बीच रविवार को वृष लग्न रात्रि 10 बजे से 11:57 तक रहेगा।
उन्होंने बताया कि जन्मोत्सव के दौरान भगवान श्री कृष्णा को धनिए की पंजीरी का भोग लगाएं।जिससे रात्रि में त्रितत्व वात पित्त और कफ में वात और कफ के दोषों से बचाव होता है और इससे वृत संकल्प भी सुरक्षित रहता है।