राहुल ने कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर को पीएम मोदी से माफी मांगने कहा
नई दिल्ली: एक तरफ जहां गुजरात चुनाव में सियासत अपने उफान पर है, पहले दौर के चुनाव के लिए प्रचार थम चुका है इस बीच कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी के लिए कुछ ऐसा कह दिया कि पूरी कांग्रेस बैकफुट पर आ गई। दरअसल अंबेडकर पर बोलते बोलते मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी को नीच कह दिया। जिसके बाद बीजेपी की तरफ से अय्यर के इस बयान को गुजरात की अस्मिता से जोड़ दिया गया। पीएम मोदी ने चुनावी रैली में कहा कि श्रीमान मणिशंकर अय्यर ने मुझे नीच जाति का कहा। क्या ये गुजरात का अपमान नहीं है।
मणिशंकर अय्यर के बयान से कांग्रेस को बड़े नुकसान का डर सताने लगा। जिसके बाद पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कांग्रेस पार्टी मणिशंकर अय्यर के बयान का समर्थन नहीं करती है। इसके बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि इस तरह के अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल बीजेपी और पीएम मोदी करते हैं। लेकिन कांग्रेस की ऐसी को परंपरा नहीं है। साथ ही राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा मैं और पूरी कांग्रेस पार्टी ये उम्मीद करती है कि मणिशंकरक अय्यर इस तरह के शब्द के इस्तेमाल के लिए पीएम मोदी से माफी मांगेंगे।
BJP and PM routinely use filthy language to attack the Congress party. The Congress has a different culture and heritage. I do not appreciate the tone and language used by Mr Mani Shankar Aiyer to address the PM. Both the Congress and I expect him to apologise for what he said.
— Office of RG (@OfficeOfRG) December 7, 2017
हलांकि राहुल की तरफ से माफी मांगने का फरमान सुनाने के बाद मणि शंकर अय्यर ने शर्तिया माफी मांगी है। उन्होंने कहा मेरी हिंदी काफी कमजोर है। मैंने अंग्रेजी शब्द ‘Low’ के अनुवाद में नीच शब्द का इस्तेमाल किया था। मेरा पीम मोदी को नीच कहने का इरादा नहीं था। अगर इस हिसाब से नीच शब्द का कोई और मतलब निकालता है तो मैं माफी मांगता हूं।
लेकिन बीजेपी इतने से पिघलने वाली नहीं है। बीजेपी नेता अरुण जेटली ने कहा कि पीएम के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कांग्रेस की साजिश है। यानि दो अक्षरों वाले इस शब्द ने कांग्रेस को बड़ा नुकसान होना तय माना जा रहा है। क्योंकि बीजेपी ने इसे गुजरात की अस्मिता से जोड़ दिया है। इसी मणिशंकर अय्यर ने 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी को ‘चायवाला’ कहा था। जिसके बाद जो कुछ हुआ वो सभी के सामने है।
इसबार भी राहुल की तरफ से कोशिश की गई थी कि मणिशंकर अय्यर अपने कहे पर सीधे तौर पर माफी मांग लें और इस विवाद को यहीं खत्म किया जा। लेकिन अय्यर ने जिस तरह की हिंदी-अंग्रेजी वाली माफी मांगी उससे कांग्रेस फिलहाल विपत्ति के उलझन से बाहर नहीं निकल सकी है।