गोड्डा: ‘जान देंगे लेकिन जमीन नहीं’ सुगाबथान डैम के खिलाफ सड़क पर आदिवासी
गोड्डा/झारखंड: सुगाबथान डैम के खिलाफ आदिवासी अब सड़क पर उतर चुके हैं। इस डैम के खिलाफ हजारों की तादाद में आदिवासियों ने आज सुगाबथान से लेकर पौड़ैयाहाट तक पैदल मार्च किया। आदिवासी महिलाओं ने भी इस पैदल मार्च और प्रदर्शन में बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। इस दौरान आदिवासियों की तरफ से नारा लगाया जा रहा था जान दे देंगे लेकिन जमीन नहीं देंगे।
पारंपरिक हथियारों से लैश आदिवासियों ने साफ किया कि किसी भी हालत में इस डैम को यहां नहीं बनने दिया जाएगा। इस रैली और धरना में मुख्य अतिथि के तौर पर जेएमएम के केंद्रीय महासचिव और झारखंड सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके लोबिन हेम्ब्रम भी शामिल हुए। उन्होंने साफ किया कि किसी भी हाल में इस डैम का निर्माण यहां नहीं होगा। साथ ही उन्होंने साफ किया कि डैम का निर्माण तो दूर की बात है यहां पर सूगाबथान डैम के लिए शिलान्यास भी नहीं होने दिया जएगा।
बताया जा रहा है कि इस डैम के बनने से आसपास के तकरीबन 15 गांव के लोग प्रभावित होंगे। इसी महीने 30 सितंबर को इस डैम का शिलान्यास भी होना है। लेकिन जिस तरह से इलाके के आदिवासी इस डैम के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं उससे एक संभावना ये भी बन रही है कि कहीं सरकार और आदिवासी समाज के बीच ये टकराव की वजह न बन जाए।
मौके पर जिला अध्यक्ष श्री रविन्द्र महतो,जिला परिषदसदस्य घनश्याम यादव,पुष्पेन्द्र टुडू,राजेन्द्र दास,अनुपम भगत,शंकर मंडल,मोतीराम मुर्मू,द्रोथी सोरेन,महेन्द्र उराव,मुन्ना भगत प्रखंड सचिव,देवलाल किस्कू,रमेश मुर्मू,माशेर्ल बेसरा,क नरेट टुडू,केन्द्रीय समिति सदस्य सह मंत्री संचालक श्याम हेमब्रम, जिला उपाध्यक्ष महादेव मड़ैया,प्रखंड अध्यक्ष अवध किशोर हंसदा,केन्द्रीय समिति सदस्य अशोक कुमार,राजेश मंडल,रामदेव सोरेनपूर्व प्रखंड अध्यक्ष, कलिमुद्दीन अंसारी पूर्व मुखिया,मुखिया सिमोन मरन्डी इत्यादि उपस्थित थे। तथा निर्णय लिया गया कि किसी भी परिस्थिति में न डेम का शिलान्यास होने देंगें न निर्माण होने देंगे।