लंदन. दुनिया भर में कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है. कई देशों में इसकी दूसरी लहर का डर बना हुआ है. हालांकि लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा रही है, फिर भी मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को जरूरी बताया जा रहा है. इस बीच इंग्लैंड के पब्लिक हेल्थ विभाग के टीकाकरण प्रमुख डॉ. रैमसे ने बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि हम लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क का इस्तेमाल कई सालों तक करते रहना पड़ सकता है.
डॉ. रैमसे का कहना है कि दुनियाभर में लोगों को अब निम्न स्तर के प्रतिबंधों की आदत हो गई है और अब वे इसके साथ ही रह सकते हैं. अर्थव्यवस्था भी इन प्रतिबंधों के साथ ही आगे बढ़ सकती है. सरकार को भी किसी भी प्रतिबंध को हटाने से पहले सावधानीपूर्वक देखना होगा.
डॉ. रैमसे ने कहा, ‘ज्यादा दर्शकों वाले इवेंट की अधिक सावधानीपूर्वक निगरानी जरूरी है. साथ ही साफ दिशानिर्देश भी सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक हैं.’ वहीं अगर भारत की बात करें तो देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति खराब है. महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं.
इनके बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भी लोगों से कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए जरूरी दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की है. उनका कहना है कि लोग लोग लापरवाही बरतकर कोरोना को किसी कीमत पर नहीं बढ़ने दें. लोग सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क जेसे उपायों का पालन करना चाहिए.